'ध्यानचंद की हॉकी का जादू हर किसी के सिर चढ़ कर बोलता था' https://ift.tt/eA8V8J
ध्यानचंद का नाम सबसे पहले 2012 में भारत रत्न के लिए भेजा गया और तब उन्हें यह अवॉर्ड मिलते मिलते रह गया था. सचिन तेंदुलकर के 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहते ही बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला की पैरवी पर उन्हें भारत रत्न दे दिया गया था.
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