आप अपने बच्चों को कितना जानते हैं? https://ift.tt/eA8V8J
पिता-पुत्र या पिता-पुत्री के संवाद में कोई भी लगाव-छिपाव न रहे, माहौल का ऐसा बना देना पैरेंट्स की जिम्मेदारी है. जिस दिन कोई भी पिता यह कर लेगा, आधी समस्या खत्म हो जाएगी, मैं ऐसा दावा नहीं करता. समस्या फिर भी आएगी. संभव है कि कोई ऐसी समस्या आए, जिससे आपका कभी सामना ही न हुआ हो.
from Zee News Hindi: Blogs https://ift.tt/2HzdC4N
from Zee News Hindi: Blogs https://ift.tt/2HzdC4N
Comments
Post a Comment